बेगंलुरु । बेंगलुरु से कोलकाता जा रही इंडिगो की उड़ान को लेजर बीम ने खतरे में डाल ‎दिया। बाद में पायलट संभल गया तो ‎विमान की सुर‎क्षित लैं‎डिंग कराई। जानकारी के अनुसार ‎‎विमान के कॉकपिट में एक मजबूत लेजर बीम घुस गया। यह वाकया तब हुआ, जब विमान टचडाउन से सिर्फ एक किलोमीटर दूर था। यह लेजर बीम सीधी पायलट के आंखों में गई। झटके से पायलट की आंखे बंद हो गईं। हालांकि बड़ा हादसा टल गया। घटना के समय प्लेन में 165 यात्री सवार थे। जब यह मामला बाहर आया तो यात्रियों समेत पूरे एयरपोर्ट पर हड़कंप मच गया। शक्तिशाली लेजर के कॉकपिट में प्रवेश करने पर पायलटों को क्षणिक रूप से अंधा करने के साथ, पायलटों और एयरलाइंस ने घटना के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की है और बिधाननगर पुलिस से अप्रोच फनल में लेजर का उपयोग करने और उड़ान सुरक्षा को खतरे में डालने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
इस मामले में अधिकारियों ने बताया कि प्लेन बेंगलुरु से कोलकाता आना था। विमान में 165 यात्री और चालक दल के छह सदस्यों समेत 71 लोग सवार थे। हवाईअड्डे के अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार शाम 7.30 बजे उतरने वाली इंडिगो फ्लाइट 6ई 223 के कैप्टन को कैखाली के आसपास कहीं लेजर बीम का सामना करना पड़ा। विमान तेजी से 1,500-2,000 फीट प्रति मिनट पर उतरने की दर के साथ टचडाउन के लिए रनवे पर पहुंच रहा है। इस पल आंखों का थोड़ी देर बंद होना बहुत बड़ी घटना को अंजाम दे सकता था और इसके विनाशकारी परिणाम भी हो सकते हैं। अफसरों ने बताया कि अगर यह लेजर बीम लैंडिंग पट्टी के बहुत करीब होती तो पायलट लैंडिंग को रोक सकते थी। 
बताया जा रहा है ‎कि कोलकाता हवाई अड्डे के पास लेजर, ड्रोन का उपयोग करने के लिए डीजीसीए की मंजूरी अनिवार्य है। हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने कहा कि शिकायत एनएससीबीआई हवाई अड्डा पुलिस स्टेशन को भेज दी गई है और वे पुलिस से कार्रवाई की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया, लेजर लाइट की समस्या और उड़ानों के लिए उनके खतरे पर पिछले हफ्ते हवाई अड्डा पर्यावरण प्रबंधन समिति की बैठक में चर्चा हुई, जिसमें बंगाल की गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती ने भी भाग लिया था। बैठक में इस तरह की ग‎‎ति‎वि‎धियों पर रोक पर भी चर्चा हुई थी।