भोपाल । 24 एवं 25 फरवरी को मध्य प्रदेश के भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित है। इसमें भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री सहित भारत के बड़े-बड़े उद्योगपति, विदेश के उद्योगपति तथा विदेशी राजनायिक भोपाल पहुंच रहे हैं। जो विशिष्ट अतिथि आ रहे हैं। उनमें सबसे ज्यादा अतिथियों ने महाकाल के दर्शन करने की इच्छा जताई है। उसके बाद सांची जाने की इच्छा मेहमानों ने जताई है। विदेशी मेहमान कम नहीं है। 70 फ़ीसदी विशेष अतिथि महाकाल के दर्शन करना चाहते हैं। उनके लिए सरकार ने पर्यटन विकास निगम के अधिकारियों को विशिष्ट अतिथियों को महाकाल और सांची ले जाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 22000 से अधिक उद्यमियों ने अपना पंजीयन कराया है। इनमें से 600 बड़े और विशिष्ट उद्योगपति हैं। इसके लिए सरकार ने उन्हें भोपाल में ठहराने की व्यवस्था की है। 

22 फरवरी से अतिथियों का आगमन  
भोपाल में 22 फ़रवरी से अतिथियों का आगमन भोपाल तथा इंदौर में शुरू हो जाएगा। अतिथियों की पसंद के अनुसार उन्हें उज्जैन और सांची ले जाने की विशेष व्यवस्था की गई है। बाहरी राज्यों के निवेशक 22 फरवरी से भोपाल आना शुरू हो जाएंगे। इस समिट में अदानी, बिड़ला,  गोदरेज के साथ-साथ आईटीसी और पारले के अध्यक्ष भी भोपाल पहुंच रहे हैं। कुछ अतिथियों को इंदौर में ठहराने की व्यवस्था की गई है। इंदौर में 53 होटल के 1516 कमरे सरकार ने बुक किए हैं। इसके अलावा भोपाल के सभी प्रमुख होटलों को बुक कर लिया गया है। 1000 से ज्यादा निवेशक इंदौर में रहेंगे। सुबह उन्हें सड़क मार्ग से भोपाल लाया जाएगा। 

200 से ज्यादा होम स्टे तैयार
राजधानी भोपाल में 200 से ज्यादा होम स्टे तैयार किए गए हैं। जिसमें मेहमानों के रुकने और खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। शिवरात्रि के ठीक पहले विदेशी मेहमान उज्जैन में महाकाल के दर्शन करेंगे। इसके लिए सरकार ने विशेष व्यवस्था करने के निर्देश उज्जैन जिला प्रशासन को दिए हैं। ताकि महाशिवरात्रि के कार्यक्रम को देखते हुए विदेशी मेहमानों को आसानी के साथ दर्शन हों। महाकाल के भक्तों को भी कोई असुविधा न हो। इसको ध्यान रखने का निर्देश सरकार द्वारा दिया गया है। उज्जैन जिला प्रशासन के लिए यह समय काफी महत्वपूर्ण और चुनौती वाला है। जब उसे सुरक्षा व्यवस्था तथा महाकाल के दर्शन कराने की जिम्मेदारी का निर्वाह एक साथ करना पड़ेगा।