संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के तहत 14 लोगों को भारत की नागरिकता मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ये हमारी गारंटी के कारण पूरा हुआ. पीएम मोदी ने यूपी के लालगंज में चुनावी रैली करते हुए कहा, ''आपने देखा होगा कि सीएए के तहत नागरिकता देने का काम शुरू हो गया है. भारत की नागरिकता लेने वालों में हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई धर्म से आने वाले लोग हैं. ये लोग (कांग्रेस) महात्मा गांधी का नाम लेकर सत्ता की सीढ़ी पर तो चढ़े, लेकिन उनकी बातों को याद नहीं रखते.'' 

पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने बताया कि महात्मा गांधी ने कहा था कि वो (गैर-मुस्लिम) कभी भी भारत आ सकते हैं. हजारों परिवारों ने अपने धर्म और संस्कृति को बचाने के लिए भारत मां की कोख में शरण ली, लेकिन कभी कांग्रेस ने इनकी सुध नहीं ली.

उन्होंने दावा किया कि भारत की शरण लेने वाले ज्यादातर लोगों में  ओबीसी (OBC) और दलित समाज से आने वाले लोग हैं. वोट बैंक के लालच में कांग्रेस, सपा और इनके साथियों ने इन लोगों पर जुल्म किया. इंडी गठबंधन वाले कहते हैं कि मोदी सीएए लेकर आया है, जिस दिन मोदी जाएगा, ये सीएए भी जाएगा. 

सीएए को लेकर क्या कहा? 
पीएम मोदी ने कहा कि मेरी गारंटी का मतलब क्या होता है, इसका ताजा उदाहरण सीएए कानून है. कल ही सीएए कानून के तहत शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने का काम शुरू हो चुका है.  ये वो लोग हैं, जो शरणार्थी बनकर लंबे समय से हमारे देश में रह रहे हैं, ये वो लोग हैं, जो धर्म के आधार पर हुए भारत के बंटवारे का शिकार हुए थे. दरअसल सीएए के लिए नियम अधिसूचित होने के करीब दो महीने बाद बुधवार (15 मई) को 14 लोगों को भारत की नागरिकता प्रदान की गई. 

सीएए में क्या नियम है? 
सीएए के तहत 31 दिसंबर 2014 तक या उससे पहले भारत आए बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में प्रताड़ना के शिकार हुए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों को हिंदुस्तान की नागरिकता देना है.