गृह मंत्रालय ने बुधवार को नागरिकता संशोधन क़ानून यानी सीएए के तहत 14 आवेदकों को पहली बार भारत की नागरिकता का सर्टिफिकेट दिया है.

गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक़, केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने नई दिल्ली में नागरिकता (संशोधन) नियम, 2024 की अधिसूचना जारी होने के बाद पहली बार कुछ आवेदकों को नागरिकता प्रमाणपत्र सौंपे हैं.

भारत सरकार ने 11 मार्च, 2024 को नागरिकता संशोधन (नियम) 2024 को अधिसूचित किया था.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तब कहा था, ''मोदी सरकार ने नागरिकता (संशोधन) नियम, 2024 की अधिसूचना जारी कर दी है इससे पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफ़ग़ानिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न की वजह से भारत आए अल्पसंख्यकों को यहां की नागरिकता मिल जाएगी."

नागरिकता संशोधन क़ानून साल 2019 में पास हुआ था.

इस क़ानून के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग समेत देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए थे.

अब जिन लोगों को नागरिकता का सर्टिफिकेट दिया गया है, उनमें से कुछ लोगों से समाचार एजेंसी एएनआई ने बात की है.

भावना नाम की आवेदक बोलीं, ''हमें आज नागरिकता मिली है तो बहुत अच्छा लग रहा है. हम पढ़ लिख रहे हैं तो आगे बढ़ेंगे, हमें अच्छा लगेगा. हम 2014 में आए थे. जब ये (सीएए) पास हुआ था तो बहुत खुश हुए थे. पाकिस्तान में बहुत दिक़्क़त होती थी. यहां अपनी मर्ज़ी से बाहर निकल सकते हैं.''

हरीश कुमार ने कहा, ''12-13 साल से दिल्ली में रह रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि नया जन्म हो गया. ये सपने के पूरे होने जैसा है. हम पाकिस्तान से आए थे.''

नागरिकता सर्टिफिकेट पाने वाले अर्जुन कुमार ने कहा, ''हम 2014 में दिल्ली आए थे. पहले चार साल गुजरात में रहे, फिर दिल्ली आए. आज बहुत खुशी की बात है कि नागरिकता मिल गई है.''